अपनी मिट्टी अपना पानी अपना पवन प्रकाश हो - संघ गीत (Apani Mitti Apana Pani Sangh Geet)

अपनी मिट्टी अपना पानी अपना पवन प्रकाश हो,
अपनी मति गति रहे स्वदेशी अडिग आत्म विश्वास॥
कर्जे ले ले धाक बढ़ाना झूठी शान हराम है।
खा पीकर सब खर्च डालना अकर्मण्य का काम है॥
प्रखर तीर से धरा चीरकर प्रकट सुधा उल्लास हो।
अपनी मिट्टी अपना...
अपने पाँवों की ताकत से पहुँचे वैभव शीर्ष पर।
परदेशी बैसाखों के बल नहीं बनेंगे जगदीश्वर॥
विश्व गुरु निज अस्त्र छोड़कर भिक्षुक नहीं हताश हो,
अपनी मिट्टी अपना...
देशी द्रव्यों की पोषकता युग-युग सिध्द प्रसिध्द है।
परदेशी तथ्यों का हित भी विष मिश्रित संदिग्ध है॥
अपना सूरज अपना सागर अपना मलय सुवास हो,
अपनी मिट्टी अपना...
आज़ादी का फिर मतवाला जोश खरोश जगाना है।
आत्मालंबन हेतु स्वदेशी मंत्र अचूक सिखाना है॥
तपो शक्ति से प्राप्त अलौकिक सर्वागीण विकास हो,
अपनी मिट्टी अपना...