गायत्री माता के 108 नाम - रुद्रयामल गायत्री अष्टोत्तर शतनामावली (108 Names of Gayatri Mata)
गायत्री माता को वेदों में देवमाता, विश्वमाता और सद्ज्ञान व सद्बुद्धि की देवी कहा गया है। मान्यता है कि माँ गायत्री की उपासना से न केवल ज्ञान की प्राप्ति होती है, बल्कि जीवन की अनेक मनोकामनाएँ भी पूर्ण होती हैं। खासकर यदि कोई व्यक्ति सूर्योदय से पहले उगते हुए सूर्य का ध्यान करते हुए रुद्रयामल तंत्र में वर्णित माँ के इन 108 नामों का जप करता है, तो उसे विशेष फल की प्राप्ति होती है। इसके बाद यदि वह 108 बार गायत्री मंत्र का जप करके सूर्य को अर्घ्य अर्पित करे, तो यह साधना और भी प्रभावशाली मानी जाती है। इस पोस्ट में हम माँ गायत्री के उन्हीं दिव्य 108 नामों को प्रस्तुत कर रहे हैं... जिन्हें आप आगे पढ़ सकते हैं।
रुद्रयामल गायत्री अष्टोत्तर शतनामावली
| संख्या | हिन्दी नाम | मंत्र (संस्कृत) |
|---|---|---|
| 1 | तरुणादित्य सङ्काशा | ॐ तरुणादित्य सङ्काशायै नमः। |
| 2 | सहस्रनयनोज्ज्वला | ॐ सहस्रनयनोज्ज्वलायै नमः। |
| 3 | विचित्र माल्याभरणा | ॐ विचित्र माल्याभरणायै नमः। |
| 4 | तुहिनाचल वासिनी | ॐ तुहिनाचल वासिन्यै नमः। |
| 5 | वरदाभय हस्ताब्जा | ॐ वरदाभय हस्ताब्जायै नमः। |
| 6 | रेवातीर निवासिनी | ॐ रेवातीर निवासिन्यै नमः। |
| 7 | प्रणित्यय विशेषज्ञा | ॐ प्रणित्यय विशेषज्ञायै नमः। |
| 8 | यन्त्राकृत विराजिता | ॐ यन्त्राकृत विराजितायै नमः। |
| 9 | भद्रपादप्रिया | ॐ भद्रपादप्रियायै नमः। |
| 10 | गोविन्दपदगामिनी | ॐ गोविन्दपदगामिन्यै नमः। |
| 11 | देवर्षिगण सन्तुस्त्या | ॐ देवर्षिगण सन्तुस्त्यायै नमः। |
| 12 | वनमाला विभूषिता | ॐ वनमाला विभूषितायै नमः। |
| 13 | स्यन्दनोत्तम संस्थाना | ॐ स्यन्दनोत्तम संस्थानायै नमः। |
| 14 | धीरजीमूत निस्वना | ॐ धीरजीमूत निस्वनायै नमः। |
| 15 | मत्तमातङ्ग गमना | ॐ मत्तमातङ्ग गमनायै नमः। |
| 16 | हिरण्यकमलासना | ॐ हिरण्यकमलासनायै नमः। |
| 17 | धीजनाधार निरता | ॐ धीजनाधार निरतायै नमः। |
| 18 | योगिनी | ॐ योगिन्यै नमः। |
| 19 | योगधारिणी | ॐ योगधारिण्यै नमः। |
| 20 | नटनाट्यैक निरता | ॐ नटनाट्यैक निरतायै नमः। |
| 21 | प्राणवाद्यक्षरात्मिका | ॐ प्राणवाद्यक्षरात्मिकायै नमः। |
| 22 | चोरचारक्रियासक्ता | ॐ चोरचारक्रियासक्तायै नमः। |
| 23 | दारिद्र्यच्छेदकारिणी | ॐ दारिद्र्यच्छेदकारिण्यै नमः। |
| 24 | यादवेन्द्र कुलोद्भूता | ॐ यादवेन्द्र कुलोद्भूतायै नमः। |
| 25 | तुरीयपथगामिनी | ॐ तुरीयपथगामिन्यै नमः। |
| 26 | गायत्री | ॐ गायत्र्यै नमः। |
| 27 | गोमती | ॐ गोमत्यै नमः। |
| 28 | गङ्गा | ॐ गङ्गायै नमः। |
| 29 | गौतमी | ॐ गौतम्यै नमः। |
| 30 | गरुडासना | ॐ गरुडासनायै नमः। |
| 31 | गेयगानप्रिया | ॐ गेयगानप्रियायै नमः। |
| 32 | गौरी | ॐ गौर्यै नमः। |
| 33 | गोविन्दपद पूजिता | ॐ गोविन्दपद पूजितायै नमः। |
| 34 | गन्धर्व नगराकारा | ॐ गन्धर्व नगराकारायै नमः। |
| 35 | गौरवर्णा | ॐ गौरवर्णायै नमः। |
| 36 | गणेश्वरी | ॐ गणेश्वर्यै नमः। |
| 37 | गुणाश्रया | ॐ गुणाश्रयायै नमः। |
| 38 | गुणवती | ॐ गुणवत्यै नमः। |
| 39 | गह्वरी | ॐ गह्वर्यै नमः। |
| 40 | गणपूजिता | ॐ गणपूजितायै नमः। |
| 41 | गुणत्रय समायुक्ता | ॐ गुणत्रय समायुक्तायै नमः। |
| 42 | गुणत्रय विवर्जिता | ॐ गुणत्रय विवर्जितायै नमः। |
| 43 | गुहावासा | ॐ गुहावासायै नमः। |
| 44 | गुणाधारा | ॐ गुणाधारायै नमः। |
| 45 | गुह्या | ॐ गुह्यायै नमः। |
| 46 | गन्धर्वरूपिणी | ॐ गन्धर्वरूपिण्यै नमः। |
| 47 | गार्ग्य प्रिया | ॐ गार्ग्य प्रियायै नमः। |
| 48 | गुरुपदा | ॐ गुरुपदायै नमः। |
| 49 | गुह्यलिङ्गाङ्ग धारिणी | ॐ गुह्यलिङ्गाङ्ग धारिण्यै नमः। |
| 50 | सावित्री | ॐ सावित्र्यै नमः। |
| 51 | सूर्यतनया | ॐ सूर्यतनयायै नमः। |
| 52 | सुषुम्नाडि भेदिनी | ॐ सुषुम्नाडि भेदिन्यै नमः। |
| 53 | सुप्रकाशा | ॐ सुप्रकाशायै नमः। |
| 54 | सुखासीना | ॐ सुखासीनायै नमः। |
| 55 | सुमति | ॐ सुमत्यै नमः। |
| 56 | सुरपूजिता | ॐ सुरपूजितायै नमः। |
| 57 | सुषुप्त व्यवस्था | ॐ सुषुप्त व्यवस्थायै नमः। |
| 58 | सुदति | ॐ सुदत्यै नमः। |
| 59 | सुन्दरी | ॐ सुन्दर्यै नमः। |
| 60 | सागराम्बरा | ॐ सागराम्बरायै नमः। |
| 61 | सुधांशुबिम्बवदना | ॐ सुधांशुबिम्बवदनायै नमः। |
| 62 | सुस्तनी | ॐ सुस्तन्यै नमः। |
| 63 | सुविलोचना | ॐ सुविलोचनायै नमः। |
| 64 | सीता | ॐ सीतायै नमः। |
| 65 | सर्वाश्रया | ॐ सर्वाश्रयायै नमः। |
| 66 | सन्ध्या | ॐ सन्ध्यायै नमः। |
| 67 | सुफला | ॐ सुफलायै नमः। |
| 68 | सुखदायिनी | ॐ सुखदायिन्यै नमः। |
| 69 | सुभ्रु | ॐ सुभ्रुवे नमः। |
| 70 | सुवासा | ॐ सुवासायै नमः। |
| 71 | सुश्रोणी | ॐ सुश्रोण्यै नमः। |
| 72 | संसारार्णवतारिणी | ॐ संसारार्णवतारिण्यै नमः। |
| 73 | सामगान प्रिया | ॐ सामगान प्रियायै नमः। |
| 74 | साध्वी | ॐ साध्व्यै नमः। |
| 75 | सर्वाभरणपूजिता | ॐ सर्वाभरणपूजितायै नमः। |
| 76 | वैष्णवी | ॐ वैष्णव्यै नमः। |
| 77 | विमलाकारा | ॐ विमलाकारायै नमः। |
| 78 | महेन्द्री | ॐ महेन्द्र्यै नमः। |
| 79 | मन्त्ररूपिणी | ॐ मन्त्ररूपिण्यै नमः। |
| 80 | महालक्ष्मी | ॐ महालक्ष्म्यै नमः। |
| 81 | महासिद्धि | ॐ महासिद्ध्यै नमः। |
| 82 | महामाया | ॐ महामायायै नमः। |
| 83 | महेश्वरी | ॐ महेश्वर्यै नमः। |
| 84 | मोहिनी | ॐ मोहिन्यै नमः। |
| 85 | मधुसूदन चोदिता | ॐ मधुसूदन चोदितायै नमः। |
| 86 | मीनाक्षी | ॐ मीनाक्ष्यै नमः। |
| 87 | मधुरावासा | ॐ मधुरावासायै नमः। |
| 88 | नागेन्द्र तनया | ॐ नागेन्द्र तनयायै नमः। |
| 89 | उमा | ॐ उमायै नमः। |
| 90 | त्रिविक्रम पदाक्रान्ता | ॐ त्रिविक्रम पदाक्रान्तायै नमः। |
| 91 | त्रिस्वर्गा | ॐ त्रिस्वर्गायै नमः। |
| 92 | त्रिलोचना | ॐ त्रिलोचनायै नमः। |
| 93 | सूर्यमण्डल मध्यस्था | ॐ सूर्यमण्डल मध्यस्थायै नमः। |
| 94 | चन्द्रमण्डल संस्थिता | ॐ चन्द्रमण्डल संस्थितायै नमः। |
| 95 | वह्निमण्डल मध्यस्था | ॐ वह्निमण्डल मध्यस्थायै नमः। |
| 96 | वायुमण्डल संस्थिता | ॐ वायुमण्डल संस्थितायै नमः। |
| 97 | व्योममण्डल मध्यस्था | ॐ व्योममण्डल मध्यस्थायै नमः। |
| 98 | चक्रिणी | ॐ चक्रिण्यै नमः। |
| 99 | चक्र रूपिणी | ॐ चक्र रूपिण्यै नमः। |
| 100 | कालचक्र वितानस्था | ॐ कालचक्र वितानस्थायै नमः। |
| 101 | चन्द्रमण्डल दर्पणा | ॐ चन्द्रमण्डल दर्पणायै नमः। |
| 102 | ज्योत्स्नातपानुलिप्ताङ्गी | ॐ ज्योत्स्नातपानुलिप्ताङ्ग्यै नमः। |
| 103 | महामारुत वीजिता | ॐ महामारुत वीजितायै नमः। |
| 104 | सर्वमन्त्राश्रया | ॐ सर्वमन्त्राश्रयायै नमः। |
| 105 | धेनु | ॐ धेनवे नमः। |
| 106 | पापघ्नी | ॐ पापघ्न्यै नमः। |
| 107 | परमेश्वरी | ॐ परमेश्वर्यै नमः। |
| 108 | वेदमाता | ॐ वेदमातायै नमः। |
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Maa Gayatri 108 names
हिन्दी अर्थ
गायत्री माता के 108 नाम
- तरुणादित्य सङ्काशा
- सहस्रनयनोज्ज्वला
- विचित्र माल्याभरणा
- तुहिनाचल वासिनी
- वरदाभय हस्ताब्जा
- रेवातीर निवासिनी
- प्रणित्यय विशेषज्ञा
- यन्त्राकृत विराजिता
- भद्रपादप्रिया
- गोविन्दपदगामिनी
- देवर्षिगण सन्तुस्त्या
- वनमाला विभूषिता
- स्यन्दनोत्तम संस्थाना
- धीरजीमूत निस्वना
- मत्तमातङ्ग गमना
- हिरण्यकमलासना
- धीजनाधार निरता
- योगिनी
- योगधारिणी
- नटनाट्यैक निरता
- प्राणवाद्यक्षरात्मिका
- चोरचारक्रियासक्ता
- दारिद्र्यच्छेदकारिणी
- यादवेन्द्र कुलोद्भूता
- तुरीयपथगामिनी
- गायत्री
- गोमती
- गङ्गा
- गौतमी
- गरुडासना
- गेयगानप्रिया
- गौरी
- गोविन्दपद पूजिता
- गन्धर्व नगराकारा
- गौरवर्णा
- गणेश्वरी
- गुणाश्रया
- गुणवती
- गह्वरी
- गणपूजिता
- गुणत्रय समायुक्ता
- गुणत्रय विवर्जिता
- गुहावासा
- गुणाधारा
- गुह्या
- गन्धर्वरूपिणी
- गार्ग्य प्रिया
- गुरुपदा
- गुह्यलिङ्गाङ्ग धारिणी
- सावित्री
- सूर्यतनया
- सुषुम्नाडि भेदिनी
- सुप्रकाशा
- सुखासीना
- सुमति
- सुरपूजिता
- सुषुप्त व्यवस्था
- सुदति
- सुन्दरी
- सागराम्बरा
- सुधांशुबिम्बवदना
- सुस्तनी
- सुविलोचना
- सीता
- सर्वाश्रया
- सन्ध्या
- सुफला
- सुखदायिनी
- सुभ्रु
- सुवासा
- सुश्रोणी
- संसारार्णवतारिणी
- सामगान प्रिया
- साध्वी
- सर्वाभरणपूजिता
- वैष्णवी
- विमलाकारा
- महेन्द्री
- मन्त्ररूपिणी
- महालक्ष्मी
- महासिद्धि
- महामाया
- महेश्वरी
- मोहिनी
- मधुसूदन चोदिता
- मीनाक्षी
- मधुरावासा
- नागेन्द्र तनया
- उमा
- त्रिविक्रम पदाक्रान्ता
- त्रिस्वर्गा
- त्रिलोचना
- सूर्यमण्डल मध्यस्था
- चन्द्रमण्डल संस्थिता
- वह्निमण्डल मध्यस्था
- वायुमण्डल संस्थिता
- व्योममण्डल मध्यस्था
- चक्रिणी
- चक्र रूपिणी
- कालचक्र वितानस्था
- चन्द्रमण्डल दर्पणा
- ज्योत्स्नातपानुलिप्ताङ्गी
- महामारुत वीजिता
- सर्वमन्त्राश्रया
- धेनु
- पापघ्नी
- परमेश्वरी
- वेदमाता













